इस सर्वेक्षण का संचालन केंद्रीय आवासन और शहरी मामलों के मंत्रालय (Ministry of Housing and Urban Affairs : MoHUA) द्वारा किया जा रहा है।
यह विश्व का सबसे बड़ा शहरी स्वच्छता सर्वेक्षण है।
इसके साथ यह शहरों और कस्बों के मध्य स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देने एवं सभी नागरिकों द्वारा स्वच्छ शहर बनाने की दिशा में योगदान देने हेतु एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
सर्वेक्षण की शुरुआत (वर्ष 2016) में मात्र 73 शहर शामिल थे।
परंतु वर्ष-दर-वर्ष शहरों की संख्या में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई‚ जो निम्नलिखित है—
वर्तमान परिप्रेक्ष्य
24 मई‚ 2022 को आभासी माध्यम से स्वच्छ सर्वेक्षण (Swachh Survekshan : SS), 2023 की शुरुआत की गई।
इसकी शुरुआत केंद्रीय आवासन और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा स्वच्छ भारत मिशन शहरी 2.0 के तहत की गई है।
यह इस सर्वेक्षण का 8वां संस्करण है।
विषय व सिद्धांत
इस सर्वेक्षण का विषय (Theme) ’वेस्ट टू वेल्थ’ है‚ जो ’अपशिष्ट मुक्त’ शहरों के विजन पर केंद्रित है।
इस सर्वेक्षण में तीन आर (3 R) के सिद्धांत को प्राथमिकता दी जाएगी।
Reduce (कचरा कम करना)
Reuse (पुन: उपयोग करना)
Recycle (पुन: चक्रण करना
प्रमुख बिंदु
स्वच्छ सर्वेक्षण‚ 2023 में मूल्यांकन चार चरणों में किया जाएगा।
जबकि‚ पहले के आयोजनों में यह मूल्यांकन तीन चरणों में किया जाता था।
यह मूल्यांकन तीन घटकों यथा- सेवा स्तर की प्रगति‚ प्रमाणन एवं नागरिकों से प्रतिक्रिया पर आधारित है।
इसके साथ ही सर्वेक्षण‚ 2023 में शहरों के भीतर वॉर्डों की रैंकिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है।
इसके अतिरिक्त ’पीला (Yellow) स्पॉट’ और ’लाल (Red) स्पॉट’ के मुद्दों पर समर्पित संकेतकों पर भी मूल्यांकन किया जाएगा।
'Yellow Spot' से आशय खुले में शौच‚ जबकि 'Red Spot' से खुले में थूकने से है।
प्रेरक दौड़ सम्मान
इस वर्ष ’प्रेरक दौड़ सम्मान’ (Prerak DAUUR Samman) की श्रेणी में परिवर्तन किया गया है।
DAUUR का पूर्ण रूप दिव्य (Divya), अनुपम (Anupam), उज्ज्वल (Ujjwal), उदित (Udit) और आरोही (Aarohi)