27 अप्रैल, 2022 को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मंत्रिमण्डल ने चिली के साथ एक समझौते को स्वीकृति प्रदान की।
यह समझौता भारत एवं चिली के बीच ‘दिव्यांगता’ (Disability) के क्षेत्र में सहयोग हेतु किया गया है।
सहयोग से जुड़े प्रमुख बिंदु
दिव्यांगता से जुड़ी नीति एवं सेवाएं करने के बारे में जानकारी साझा करना।
सूचना एवं ज्ञान का आदान-प्रदान
सहायक उपकरण संबंधी प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सहयोग
दिव्यांगता के क्षेत्र में पारस्परिक हितों की परियोजनाओं का विकास
दिव्यांगता की समय रहते पहचान एवं रोकथाम
दोनों देशों के मध्य विशेषज्ञों, शिक्षाविदों एवं अन्य प्रशासनिक कर्मचारियों का आदान-प्रदान।
भारत-चिली संबंध: पृष्ठभूमि
भारत एवं चिली के बीच संबंधों में, मित्रता एवं विचारों की समानता है।
चिली ने सीमापार आतंकवाद की ख्ुले मंचों से निंदा की है।
चिली ने अप्रैल, 2003 में चिली के विदेश मंत्री की भारत की आधिकारिक यात्रा पर जारी किए गए संयुक्त वक्तव्य में भारत की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता का समर्थन किया था।
वर्ष 2019 में भारत एवं चिली ने राजनयिक संबंधों की स्थापना के 70 वर्ष पूरे कर लिए।
भारत-चिली व्यापारिक संबंध
भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार, वर्ष 2021-22 के लिए भारत-चिली कुल व्यापार बढ़कर 2.35 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।
जबकि वर्ष 2020-21 में यह 1.47 बिलियन अमेरिकी डॉलर था।