Post at: Jan 13 2022
क्या है परियोजना-15 ए?
परियोजना-15 के तहत‚ निर्मित दिल्ली श्रेणी के पोतों (INS दिल्ली‚ INS मैसूर तथा INS मुंबई) के अग्रवर्ती एवं परिष्कृत संस्करण के विकास हेतु परियोजना-15ए प्रारंभ की गई थी। सरकार का उद्देश्य भारतीय नौसेना को ऐसे पोतों से लैस करना है‚ जिनमें दिल्ली श्रेणी के पोतों की तुलना में उच्चस्तरीय वायु-रक्षण‚ पनडुब्बी-रोधी और पोत-रोधी क्षमताएं हों। परियोजना-15ए के तहत‚ तीन पोतों यथा- INS कोलकाता‚ INS कोच्चि एवं INS चेन्नई का निर्माण किया गया है। चूंकि INS कोलकाता इस श्रेणी का पहला एवं मुख्य पोत है; इसलिए परियोजना-15ए के तहत‚ निर्मित पोतों को कोलकाता श्रेणी के विध्वंसक पोतों के नाम से भी जाना जाता है।
परियोजना-15बी
वर्तमान परिप्रेक्ष्य
विशेषताएं
हथियार प्रणाली
(i) मध्यम दूरी की सतह-से-हवा में मार करने वाली मिसाइलें (BEL‚बंगलुरू)
(ii) ब्रह्मोस सतह-से-सतह पर मार करने वाली मिसालें (ब्रह्मोस एरोस्पेस‚ नई दिल्ली)
(iii) स्वदेशी टॉरपीडो ट्यूब लांचर (लार्सन एण्ड टूब्रो‚ मुंबई)
(iv) पनडुब्बी-रोधी स्वदेशी रॉकेट लांचर (लार्सन एण्ड टूब्रो‚ मुंबई)
(v) 76 mm सुपर रैपिड गन माउंट (BHEL‚ हरिद्वार)
निष्कर्ष
संकलन-सौरभ मेहरोत्रा